[Apply] किसान ई-नाम पोर्टल रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन 2020 (राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम), डाउनलोड मोबाइल एप्प) (e NAM Mobile App Web Portal Farmer Registration in Hindi, Online Application Form, Download mobile app, Eligibility, enam.gov.in, guideline, helpline number)
ई-नाम (e NAM Portal) एक इलेक्ट्रॉनिक कृषि पोर्टल है. जो पुरे भारत में मौजूद कृषि उत्पाद विपणन समिति को एक नेटवर्क में जोड़ने का काम करती है. ई-नाम के द्वारा सभी कृषि विपणन समितियों द्वारा लिए गये सभी फैसलों को एक ही जगह पर उपलब्ध कराया जाता है. इसमे कृषि उत्पादो के संबंध में खरीदी और बेची जाने वाली वस्तु की जानकारी, व्यापार में दिये गये ऑफर और आने वाली वस्तुओं की जानकारी और उनकी कीमत के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराई जाती है. eNAM Portal के माध्यम से देश के किसान अपनी फसलों को कही से भी ऑनलाइन अपनी फसल भेज सकते है और ऑनलाइन बेचीं गयी फसलों का भुगतान अपने बैंक अकाउंट में प्राप्त कर सकते है ।
ई-नाम कैसे काम करता है (How e NAM works?)
ई-नाम एक इलेक्ट्रॉनिक कृषि व्यापार प्लेटफॉर्म है, जिसे कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा बनाया गया है. यह भारत के किसी भी राज्य में मौजूद कृषि बाजार को प्लग-इन प्रदान करता है. इस प्रोसेस के लिए एक विशेष सॉफ्टवेयर का निर्माण किया गया है, जो की सभी मंडियों के लिए उपलब्ध है. इसमे कोंई भी मंडी बिना किसी चार्ज के शामिल हो सकती है, इसके द्वारा हर राज्य की मंडियों के नियमों और फैसलों से सभी सदस्यों को अवगत कराया जायेगा.
ई-नाम ऑनलाइन किसान पंजीकरण
लघु कृषक कृषि व्यापार संघ (एसएफएसी) भारत सरकार के कृषि ! और किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत ई-नाम को लागू करने के लिए प्रमुख एजेंसी है ।राष्ट्रीय कृषि बाजार /national agriculture market(ई-नाम) एक अखिल भारतीय इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पोर्टल है ! जो कृषि उत्पादों के लिए एकीकृत राष्ट्रीय बाजार बनाने हेतु मौजूदा एपीएमसी मंडियों को ऑनलाइन नेटवर्क से जोडता है । जैसे देश के लोगो को काफी फायदा होगा ।देश के जो इच्छुक लाभार्थी अपनी फसल को ऑनलाइन बेचना चाहते है तो वह घर बैठे इंटरनेट के माध्यम से e NAM Portal पर जाकर ऑनलाइन बेच सकते है ।अब अलग-अलग किसान ई-एनएएम पोर्टल पर enam.gov.in पर किसान पंजीकरण के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
राष्ट्रीय कृषि बाजार का उद्देश्य
जैसे की आप लोग जानते है कि किसानो को फसलों को बेचने को लेकर समस्याएं होती है वह फसल का उत्पादन तो कर लेते हैं ! लेकिन उसको कहां पर बेचे यह उनके सामने एक सवाल होता है ! हालांकि अभी तक किसानों की फसलें बिचौलियों को द्वारा खरीद कर बेची जाती थी । इस समस्या को निपटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई नाम )पोर्टल को शुरू किया है किसान अपने कृषि उत्पादों को बेचने के लिए enam ऑनलाइन आवेदन पत्र भरकर खुद को विक्रेता के रूप में पंजीकृत कर सकेंगे और अपनी फसलों का उचित दाम प्राप्त कर सकेंगे । फसल को बेचने के बाद पैसे सीधे किसानो के बैंक अकॉउंट में ट्रांसफर किये जायेगे ।
ई-नाम से विभिन्न स्टॉकहोल्डर को मिलने वालें फायदे :
eNAM Portal सभी APMC से संबंधित सूचना और सेवाओं के लिए एक ही स्थान पर सेवा प्रदान करता है। इसमें अन्य सेवाओं के बीच उपज के आगमन और कीमतों, व्यापार प्रस्तावों को खरीदने और बेचने, व्यापार प्रस्तावों पर प्रतिक्रिया के लिए प्रावधान शामिल हैं।
ई-नाम के द्वारा इसके स्टॉकहोल्डर को बहुत सारे फायदे मिले है. जो की इस प्रकार है.
मंडी (ई-नाम के द्वारा संबंधित मंडियों को कई फायदे मिले है जो की इस प्रकार है 🙂
- मंडियों में लेखा जोखा और अन्य रिकॉर्ड नहीं रखने पड़ते, क्योंकि ई-नाम के जरिये यह स्वतः ही हो जाता है.
- व्यापारियों और कमीशन एजेंटों पर निगरानी भी रखी जा सकती है, और इसके द्वारा उन्हें एकीकृत रूप से निर्देश भी दियें जा सकते है.
- पुरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने का प्रयास किया गया है, जो नीलामी में होने वाली हेराफेरी को भी रोकने में भी मदत करता है.
- क्युकी इसके द्वारा मंडियों में होने वाले सभी ट्रांजेकशन का लेखा जोखा बना रहता है तो मंडियों में की जाने वाली वसूलीं भी आसान हो गई है.
- इसमे व्यापार और एकाउंटिंग की सारी प्रोसेस कम्पूटर द्वारा स्वतः की जाती है, इसलिए इसमे मानव द्वारा किये जाने वाले कार्यो में कमी आयी है.
- इसके द्वारा आने वाले उत्पादों की कीमतों का पूर्वानुमान संभव हुआ है. इसके अलावा इसकी सबसे महत्वपूर्ण बात कृषि उत्पाद विपणन समिति द्वारा लिए गये किसी भी फैसले की जानकारी तुरंत इसकी ऑफिसियल वेबसाइट पर प्राप्त हो जाती है.
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किसान
इसका सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा किसान है जिसके लिए यह सब किया जा रहा है. ई-नाम के द्वारा किसानों को अपने उत्पादों को बेचने के लिए बहुत सारे विकल्प प्रदान किये जाते है, जिससे वह अपनी फसल की सही कीमत प्राप्त करने में सक्षम बनेगा.
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व्यापारी
किसानों के बाद व्यापारी ही है जो फसलों को बाजारों तक पहुचाते है. ई-नाम के द्वारा व्यापारियों को अपनी फसलों को बेचने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर बाजार उपलब्ध कराये जाते है, जिससे उन्हें भी फायदा मिलता है.
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खरीददार
ई-नाम के द्वारा मंडियों में प्रत्यक्ष खरीदी को बढ़ावा दिया जा रहा है जिससे मध्यवर्ती लागत को कम किया जाना संभव है. जिसका लाभ अंतिम ग्राहक हो भी मिलेगा.
ई-नाम का संचालन कैसे किया जाता है (How E-NAM works) :
e-NAM को भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा बनाया गया है. इसके द्वारा किसान और कृषि कल्याण विभाग के द्वारा एक राष्ट्रीय स्तर का मंच तैयार किया गया है, इसका खर्च भी इसी विभाग द्वारा वहन किया जाता है. लोकल मंडियों में इस सॉफ्टवेयर का प्रशिक्षण और रखरखाव का खर्च भी इसी विभाग द्वारा वहन किया जाता है. इसके अलावा स्थानीय स्तर पर सॉफ्टवेयर के चलने की लागत गुणवत्ता और कर्मचारियों का खर्च उत्पादो की बिक्री और लेनदेन के द्वारा उत्पन्न किया जायेगा. कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने लघु किसानों एग्रीबिजनेस कंसोर्टियम को ई-नाम के प्रथम कार्यान्वयन समिति के रूप में नियुक्त किया है.
ई-नाम पोर्टल रजिस्ट्रेशन के दस्तावेज़ (पात्रता )
- इस योजना का लाभ देश के केवल किसने भाई ही उठा सकते है ।
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- बैंक पासबुक
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
e NAM Portal पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करे?
सर्वप्रथम आपको eNAM की Official Website पर जाना होगा.
- इस होम पेज पर आपको Registration का ऑप्शन दिखाई देगा ।आपको इस ऑप्शन पर क्लिक करना होगा ।ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आपके सामने कंप्यूटर स्क्रीन पर अगला पेज खुल जायेगा ।
- इस पेज पर आपका रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुल जायेगा ।आपको इस रजिस्ट्रेशन में पूछी गयी सभी जानकारी जैसे किसान पंजीकरण प्रकार, स्तर का चयन कर सकते हैं.
- इसके बाद आपका नाम , जन्मतिथि , आधार नंबर , बैंक विवरण आदि भरनी होगी और फिर किसानों को पासबुक की कॉपी कॉपी या रद्द किए गए चेक और आईडी प्रूफ की स्कैन कॉपी भी अपलोड करनी होगी.
- किसानों को भविष्य के संदर्भ के लिए जमा किए गए आवेदन पत्र का प्रिंटआउट लेना होगा। पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने पर, किसान मंडियों में अपने कृषि उत्पादों को बेचने के लिए लॉगिन कर सकते हैं।
- लॉगिन करने के लिए आपको पोर्टल के होम पेज पर जाना होगा ।और इस होम पेज पर आपको लॉगिन के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा । ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आपके सामने अगला पेज खुल जायेगा ।
- इस पेज पर आपको यूजरनाम ,पासवर्ड और कैप्चा कोड डालकर लॉगिन के बटन पर क्लिक करना होगा ।
ई-नाम की ओफिसियल मोबाइल एप (E-NAM Mobile app in Hindi)
Download eNAM Android Application –> Click Here
- इस एप के डेवलपर्स ने यह सुनिश्चित किया है की इसका एमआईएस डेशबोर्ड किसानों और व्यापारियों दोनों के लिए इंट्रेक्टीव हो. इ
- उपयोगकर्ता भीम एप, बेहतर भुकतान विकल्प, डाटा बेस और ई-लर्निंग मॉड्यूल आदि सुविधाओं का भी बेहतर उपयोग कर पाये.
- अभी इसमे भाषाए हिंदी, मराठी, गुजरती, तेलगु और उड़िया है. औ
- इस एप के जरिये किसान अब नीलामी के साथ-साथ अपनी फसलों की मंडी में पहुच की जानकारी मोबाइल app पर प्राप्त कर सकते है.
- अब व्यापारी अपने मोबाइल पर विभिन्न प्रमाण पत्र भी देख पायेंगे, और इसी के साथ वे तुरंत नेट बैंकिंग के जरिये या डेबिट कार्ड के जरिये पेमेंट ट्रांसफर कर सकते है. और किसान भी बैंक के द्वारा प्राप्त मैसेज से प्राप्त पेमेंट की जानकारी हासिल करने में सक्षम होंगे.
e nam रजिस्ट्रेशन किसान हेल्पलाइन (टोल फ्री) नंबर
e nam Registration में किसी प्रकार की सहायता के लिए हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर पर कोल या ईमेल भेज सकते है.
- e NAM Portal Toll Free number: 1800-270-0224
- Email id: nam@sfac.in, enam.helpdesk@gmail.com
- Oficial e-NAMWebsite: https://enam.gov.in/web/
किसानो से जुडी अन्य सरकारी योजनाओ की जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट www.pmyojnahindi.in पर विजिट करे.