HRIDAY Scheme | हेरिटेज सिटी डेवलपमेंट एंड ओगमेनटेशन योजना

Heritage City Development and Augmentation Yojana | HRIDAY Scheme in hindi | हेरिटेज सिटी डेवलपमेंट एंड ओगमेनटेशन योजना | HRIDAY क्या है?

आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय धरोहर विकास और संवर्धन योजना नाम की HRIDAY योजना 21 जनवरी 2015 को शुरू की गई थी। इस योजना को देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और पुनरुद्धार के लिए शुरू किया गया था। HRIDAY योजना का उद्देश्य धरोहरों के संरक्षण, शहरी नियोजन और विरासत शहरों के आर्थिक विकास को बढ़ाना है। नेशनल हेरिटेज सिटी डेवलपमेंट एंड ऑग्मेंटेशन योजना विरासत शहरों में पहुंच, सुरक्षा, आजीविका, स्वच्छता और तेज सेवा वितरण पर जोर देती है।

HRIDAY Scheme क्या है?

विरासत शहरों के विकास के लिए 21 जनवरी 2015 को HRIDAY योजना शुरू की गई। इस योजना का उद्देश्य भारत के विरासत शहरों को संरक्षित करना और उनके अद्वितीय चरित्र को प्रतिबिंबित करना था। यह विरासत शहरों में सौंदर्य, आकर्षक, सूचनात्मक और सुरक्षित वातावरण के विकास को प्रोत्साहित करता है। HRIDAY शहरी विकास योजना को आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा लागू किया गया है और इसे मिशन मोड पर स्मार्ट सिटी योजना के कार्यान्वयन के समान मात्रात्मक लक्ष्यों के साथ लागू किया जा रहा है।

HRIDAY का ध्यान संस्कृति मंत्रालय द्वारा पहचान के बाद स्वीकृत धरोहर स्थलों के पास आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा कोर हेरिटेज इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास है। एप्रोच रोड, ड्रेनेज, फुटपाथ, इलेक्ट्रिकल वायरिंग, लैंडस्केपिंग, सैनिटेशन, स्ट्रीट लाइट्स, वाटर सप्लाई, वेस्ट मैनेजमेंट और एलाइड सिटीजन सर्विसेज जैसे टूरिस्ट प्रॉब्लम, सिक्योरिटी आदि जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास स्कीम के कुछ प्रमुख फोकस क्षेत्र हैं।

HRIDAY ने जनवरी 2019 में 4 साल पूरे कर लिए और फंड का परिव्यय Rs.685758 करोड़ रहा। आरंभ में नियोजित परिव्यय 500 करोड़ रुपये था। इसमें से लगभग 422 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है, और 140. 14 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को पूरा किया गया है।

HRIDAY Scheme से जुड़ी मुख्य बातें (HRIDAY Scheme in hindi

  • योजना का मुख्य उद्देश्य भारत देश के पुराने, प्राचीन शहरों का विकास करना है. भारतीय संस्कृति में बहुत सारी ऐसी जगह है, जो भारत देश की धरोहर है, जिनको संभाल के रखने के लिए उसका रख-रखाव बहुत जरुरी है. इस प्रोजेक्ट में अभी देश की अत्यंत प्रसिध्य 12 शहरों को चुना है.
  • इस योजना में शहर के विकास के द्वारा नया शहरीकरण होगा. शहर की हर मुख्य जरुरत को इस योजना के द्वारा पूरा किया जायेगा.
  • प्रोजेक्ट के द्वारा भारत के टूरिज्म को बहुत फायदा है. इस योजना के द्वारा सरकार यही उम्मीद लगा रही है कि इससे भारत के बाहर विदेशी भी इस शहरीकरण से आकर्षित होंगें और देश में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी. अभी इन धार्मिक शहरों के नाम तो बड़े लेकिन दर्शन छोटे है. धार्मिकता के नाम पर यहाँ हर तरफ गन्दगी रहती है और सुविधा के नाम पर कुछ नहीं होता है, इससे भारतीय पर्यटक तो काम चला लेते है, लेकिन विदेशी पर्यटक इन जगहों में जाने से कतराते है.



HRIDAY शहरों की सूची

क्रमांक शहर का नाम निर्धारित खर्च (Fund in Crores)
1. अजमेर 40.04
2. अमरावती 22.26
3. अमृतसर 69.31
4. बादामी 22.26
5. द्वारका 22.26
6. गया 40.04
7. कांचीपुरम 23.04
8. मथुरा 40.04
9. पूरी 22.54
10. वाराणसी 89.31
11. वेलान्कन्नी 22.26
12. वारंगल 40.54

HRIDAY स्कीम के फायदे (HRIDAY Scheme Advantages) 

  • ये पुराने शहर को नया बनाने के अनेकों कारण है. ये प्राचीन शहर की प्रसिद्धी हर साल अनेकों पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है, पूर्णतः नए विकसित हो जाने पर इसका अनावरण बढ़ेगा, जिससे पर्यटन में बहुत फायदा होगा.
  • इन 12 शहर के विकास से, पर्यटकों को तो फायदा व सुख-सुविधा मिलेगी, इसके साथ ही वहां रहवास करने वालों को भी एक नया, विकसित शहर मिलेगा, जिससे उनके लिए रोजगार के और रास्ते खुलेंगें.
  • इस शहरों में रहने वाले लोग, वहां की चीजों के आदि हो गए, शहरीकरण से उनमें भी बदलाव आएगा और वे अपनी पुरानी आदतों को छोड़ नए तरीके से रहना शुरू करेंगें.




  • भारत में ज्यादा पर्यटक आने से, देश का पर्यटन सिस्टम मजबूत होगा, जिससे इस तरह की योजना को आगे करने के लिए और बढ़ावा मिलेगा.
  • देश की आर्थिक अर्थव्यवस्था में तेजी से बदलाव आएगा.