प्रधानमंत्री मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन योजना | Pm Soil Health Cards Yojana

Pm Soil Health Cards Yojana | Pm Soil Health Cards Scheme | मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना |सॉइल हेल्थ कार्ड|सॉइल हेल्थ कार्ड कैसे बनाये|प्रधानमंत्री मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन योजना|मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन योजना|Soil Health Cards scheme|Pm Soil Health Cards Scheme



प्यारे दोस्तों आज हम अपने इस आर्टिकल में प्रधानमंत्री मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन योजना (Pm Soil Health Cards Yojana) जानकारी देने जा रहे हैं| हम आपको बताएंगे कि आप किस प्रकार मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना का लाभ उठा सकते हैं| भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन योजना शुरुआत की हैं| केंद्र सरकार ने युवाओं रोजगार देने के लिए नया क्या कदम उठाया है|मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन योजना जहाँ एक ओर किसानों के लिये वरदान साबित हो रही है, वहीं ग्रामीण युवाओं के लिये यह रोज़गार का माध्यम भी बनी है। मृदा स्वास्थ्य कार्ड में उर्वरकों की फसलवार सिफारिशें मुहैया कराई जाती हैं और इसके साथ ही किसानों को यह भी बताया जाता है कि कृषि‍ भूमि की उर्वरा क्षमता को किस प्रकार बढ़ाया जा सकता है।

इससे किसानों को अपनी भूमि की सेहत जानने तथा उर्वरकों के विवेकपूर्ण चयन में मदद मिलती है। मृदा यानि कृषि भूमि की सेहत और खाद के बारे में पर्याप्त जानकारी न होने के चलते किसान आम तौर पर नाइट्रोजन का अत्यधिक प्रयोग करते हैं, जो न सिर्फ कृषि उत्पादों की गुणवत्ता के लिये खतरनाक है बल्कि इससे भूमिगत जल में नाइट्रेट की मात्रा भी बढ़ जाती है। इससे पर्यावरणीय समस्याएँ भी उत्पन्न होती हैं। मृदा स्वास्थ्य कार्ड के ज़रिये इन समस्याओं से बचा जा सकता है।

Soil Health Cards Yojana

केंद्र सरकार Pm Soil Health Cards Yojana के तहत Soil Health Card प्रत्येक 3 साल में किसानों को प्रदान किया जाएगा| कार्ड किसानों को उनके खेतों की गुणवत्ता के अनुरूप प्रदान किया जाएगा जो कि 3 साल के लिए 1 बार प्रदान किया जाएगा| इस स्कीम के अनुसार सरकार का 3 साल के अंदर ही पूरे भारत में लगभग 14 करोड़ किसानों को यह कार्ड जारी (The objective is to issue this card to about 14 crore farmers in India.) करने का उद्देश्य है| इस मृदा हेल्थ कार्ड में खेतों के लिए  पोषण/ उर्वरकों के बारे में बताया जाएगा| सॉइल हेल्थ कार्ड एक रिपोर्ट कार्ड है जिसमे मिट्टी के गुण के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की जाएगी|



Soil Heath Card Yojana 2020 का उद्देश्य

इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के किसानो को उनकी ज़मीन की अध्य्यन करके मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान करना| जिससे किसान ज्यादा से ज्यादा खेती कर सके| किसानों को उनके खेतों की मिट्टी के स्वास्थ्य के अनुसार फसल लगाने  के लिए प्रोत्साहित करना है| Soil Heath Card Scheme 2020 के ज़रिये मिट्टी की गुणवत्ता अनुसार फसल लगाने से फसल की उत्पादक क्षमता बढ़ेगी जिससे कि किसानों की आय भी बढ़ेगी और  खाद के उपयोग से मिट्टी के आधार और संतुलन को बढ़ावा देना है जिससे किसानों को कम कीमत में अधिक पैदावर मिल सके|

सॉइल हेल्थ कार्ड का लाभ

  • योजना का मुख्य उद्देश्य देश भर के किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किये जाने में राज्यों का सहयोग करना है।
  • इस योजना की थीम है: स्वस्थ धरा, खेत हरा।
  • इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण युवा एवं किसान जिनकी आयु 40 वर्ष तक है, मृदा परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना एवं नमूना परीक्षण कर सकते हैं।
  • प्रयोगशाला स्थापित करने में 5 लाख रूपए तक का खर्च आता हैं, जिसका 75 प्रतिशत केंद्र एवं राज्य सरकार वहन करती है। स्वयं सहायता समूह, कृषक सहकारी समितियाँ, कृषक समूह या कृषक उत्पादक संगठनों के लिये भी यहीं प्रावधान है।
  • योजना के तहत मृदा की स्थिति का आकलन नियमित रूप से राज्य सरकारों द्वारा हर 2 वर्ष में किया जाता है, ताकि पोषक तत्त्वों की कमी की पहचान के साथ ही सुधार लागू हो सकें।



मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के लक्ष्य 

  • देश के सभी किसानों को प्रत्येक 3 वर्ष में मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी करना, ताकि उर्वरकों के इस्तेमाल में पोषक तत्त्वों की कमियों को पूरा करने का आधार प्राप्त हो सके।
  • भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद/राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के संपर्क में क्षमता निर्माण, कृषि विज्ञान के छात्रों को शामिल करके मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं के क्रियाकलाप को सशक्त बनाना।
  • राज्यों में मृदा नमूनों को एकीकृत करने के लिये मानकीकृत प्रक्रियाओं के साथ मृदा उर्वरता संबंधी बाधाओं का पता लगाना और विश्लेषण करना तथा विभिन्न ज़िलों में तालुका/प्रखंड स्तरीय उर्वरक संबंधी सुझाव तैयार करना।
  • पोषक तत्त्वों का प्रभावकारी इस्तेमाल बढ़ाने के लिये विभिन्न ज़िलों में पोषण प्रबंधन आधारित मृदा परीक्षण सुविधा विकसित करना और उन्हें बढ़ावा देना।
  • पोषक प्रबंधन परंपराओं को बढ़ावा देने के लिये ज़िला और राज्यस्तरीय कर्मचारियों के साथ-साथ प्रगतिशील किसानों का क्षमता निर्माण करना।

आदर्श गाँवों का विकास नामक पायलेट प्रोजेक्ट

  • चालू वित्तीय वर्ष के दौरान आदर्श गाँवों का विकास नामक पायलेट प्रोजेक्ट के अंतर्गत किसानों की सहभागिता से कृषि जोत आधारित मिट्टी के नमूनों के संग्रहण और परीक्षण को बढ़ावा दिया जा रहा है।
  • प्रोजेक्ट के कार्यान्वयन हेतु प्रत्येक कृषि जोत पर मिट्टी के नमूनों के एकत्रीकरण एवं विश्लेषण हेतु प्रत्येक ब्लॉक में एक-एक आदर्श गाँव का चयन किया गया है। इसके अंतर्गत किसानों को वर्ष 2019-20 में अब तक 13.53 लाख मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किये जा चुके हैं।

मृदा हेल्थ कार्ड पर उपस्थित जानकारी

  • मिट्टी की सेहत
  • खेत की उत्पादक क्षमता
  • पोषक तत्व की मौजूदगी एवं पोषक तत्व की कमी
  • पानी की मात्रा यानी नमी
  • अन्य उपस्थित पोषक तत्व
  • खेतों की गुणवत्ता सुधारने हेतु उचित दिशनिर्देश।



Soil Heath Card Yojana में आवेदन कैसे करे?

  • सबसे पहले आवेदक को योजना की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा|
  • Official Website पर जाने के बाद आपको login के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा|
  • इस के बाद आपके सामने नया पेज खुल जायेगा इस में आपको स्टेट का चयन करके आपको Continue के बटन पर क्लिक करना होगा|
  • इस पेज पर आपको लॉगिन फॉर्म खुल जायेगा इसमें आपको नीचे New Registration के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा|
  • ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आपके सामने रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुल जायेगा|
  • इस रजिस्ट्रेशन फॉर्म में आपको User Organisation Details, Language, User Details, User Login Account Details आदि सभी पूछी गयी जानकारी भरनी होगी|
  • सभी जानकारी भरने के बाद आपको सबमिट के बटन पर क्लिक करना होगा|
  • सफल रजिस्ट्रेशन के बाद आपको लॉगिन करना होगा|
  • आपको होम पेज पर लॉगिन फॉर्म को खोलना होगा|
  • लॉगिन फॉर्म में आपको अपना यूज़र नेम ,और पासवर्ड डालकर होगा|
  • इस तरह आप मृदा स्वास्थय कार्ड के लिए आवेदन कर सकते है|



सॉइल हेल्थ कार्ड स्कीम 2020 प्रिंट कैसे करे?

  • सबसे पहले आपको ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा |ऑफिसियल वेबसाइट पर जाने के बाद आपके समें होम  पेज खुल जायेगा |
  • इस होम पेज पर आपको Farmer Corner में Print Soil Health Card का ऑप्शन दिखाई देगा आपको इस ऑप्शन पर क्लिक करना होगा|
  • ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आपके सामने अगला पेज खुल जायेगा| इस पेज पर आपको अपने state का चयन करना होगा |
  • चयन करने के बाद आपके सामने एक फॉर्म खुल जायेगा| इस फॉर्म में आपको district, villege, farmers name आदि जानकारी भरनी होगी|
  • सभी जानकारी भरने के बाद आपको सर्च के बटन पर क्लिक करना होगा| इसके पश्चात् आपके सामने मृदा स्वास्थ्य कार्ड खुल जायेगा और आप प्रिंट कर ले|

अपना सैंपल ट्रैक करने की प्रक्रिया

  • सबसे पहले आपको सॉइल हेल्थ पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। अब आपके सामने होम पेज खोलकर आएगा।
  • होम पेज पर आपको फार्मर कॉर्नर के अंतर्गत ट्रैक your सैंपल के लिंक पर क्लिक करना होगा।
  • अब आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा जिसमें आपको अपने राज्य, जिले, मंडल तथा गांव का चयन करना होगा तथा फार्मर का नाम, विलेज ग्रिड नंबर तथा सैंपल नंबर दर्ज करना होगा।
  • इसके पश्चात आपको सर्च के बटन पर क्लिक करना होगा।
  • आप का सैंपल स्टेटस आपकी कंप्यूटर स्क्रीन पर होगा।




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