सांसद आदर्श ग्राम योजना | Saansad Adarsh Gram Yojana | SAGY Aim | Adopted Villages by Sansad
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में प्रारंभ ‘सांसद आदर्श ग्राम योजना’ लक्ष्य से काफी दूर नजर आ रही है और योजना शुरू होने के करीब पांच वर्ष बाद भी 1297 चयनित ग्राम पंचायतों में ग्राम विकास के सिर्फ 56 प्रतिशत कार्य ही पूरे हो सके हैं। इस योजना की परिकल्पना गांवों का कायापलट करने और सुविधा सम्पन्न बनाने के लिए की गई थी।
क्या है संसद आदर्श ग्राम योजना? (SAGY)
इस योजना के तहत, संसद के प्रत्येक सदस्य को वर्ष 2019 तक तीन गांवों में संस्थागत और भौतिक बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए जिम्मेदार है। 2019 तक तीन गांवों को विकसित करने के उद्देश्य से सासंद आधार ग्राम योजना की स्थापना की गई, जिसके बाद पांच आदर्श ग्रामों का विकास हुआ। वर्ष 2024 तक। इसका उद्देश्य विभिन्न मॉडल गांवों को विकसित करने के साथ बुनियादी ढांचे के विकास के अलावा उद्देश्यों को प्राप्त करना है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक सांसद ग्राम योजना के तहत इनमें से 38,021 परियोजनाएं पूरी हो चुकी है जो कुल परियोजना का 56 प्रतिशत है । गौरतलब है कि गांवों के विकास के लिए सांसद आदर्श ग्राम योजना का उल्लेख प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 में लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में किया था। 11 अक्टूबर 2014 को यह योजना शुरू की गई थी।
वर्तमान स्थिति (Saansad Adarsh Gram Yojana)
- योजना लागू होने के पाँच वर्ष बाद उपलब्ध आँकड़ों में देखा जा सकता है कि योजना के क्रियान्वन में सांसदों के मध्य शुरुआत से ही उत्साह की कमी रही है।
- योजना के चौथे चरण के अंतर्गत गाँवों विकास के लिये अभी तक लिये दो तिहाई लोकसभा सांसदों ने अपने संसदीय क्षेत्र से ग्रामसभाओं का चुनाव भी नहीं किया है।
- संसद के दोनों सदनों में सदस्यों की वर्तमान संख्या 790 है, जबकि दोनों सदनों से केवल 252 सदस्यों ने ही अभी तक चयनित ग्रामसभाओं की सूची साझा की है, जिनमें 208 लोकसभा तथा 44 सदस्य राज्यसभा से हैं।
- इस योजना में शुरुआत के कुछ महीनों के बाद से ही संसद के सदस्यों की भागीदारी में कमी देखी गई है। योजना के पहले चरण में जहाँ लोकसभा के 703 सांसदों ने हिस्सा लिया था, वहीं दूसरे चरण में इनकी संख्या केवल 497 और तीसरे चरण में घटकर मात्र 301 रह गई।
- वर्तमान में लोकसभा की सदस्य संख्या 545 है जिनमें 543 सदस्य चुनाव के द्वारा और 2 सदस्य मनोनीत होकर भारत के विभिन्न क्षेत्रों की जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- साथ ही राज्यसभा की सदस्य संख्या 245 है जिनमें से 12 सांसद मनोनयन की प्रक्रिया से इस सदन का हिस्सा बनते हैं, वर्तमान में संसद के इस सदन में 240 सदस्य हैं, जबकि 5 सीटें अभी खाली हैं।
- पिछले माह संसद की एक स्टैंडिंग कमेटी ने इस योजना की कमियों पर अपनी चिंता प्रकट की, कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सांसद आदर्श ग्राम योजना का उद्देश्य विभिन्न योजनाओं के सामंजस्य और अभिसरण को सुनिश्चित कर तथा उनके पूर्ण क्रियान्वन को प्राथमिकता देकर आदर्श (Model) गाँवों का निर्माण करना था।
- कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस योजना के आदर्श वाक्य की पूर्ति के लिये जिस गंभीरता की आवश्यकता थी, संसद सदस्यों में उसकी भारी कमी देखी गई है। ऐसे में कमेटी ने ग्रामीण विकास मंत्रालय को यह सलाह दी है कि मंत्रालय इस योजना के परिकल्पित ध्येय के अनुरूप SAGY गाँव का विकास सुनिश्चित करे तथा यह भी सुनिश्चित करे की योजना के अंतर्गत कोई भी गाँव छूटने न पाए।
सासंद आधार ग्राम योजना के उद्देश्य
- उन प्रक्रियाओं को ट्रिगर करने के लिए जो चिन्हित ग्राम पंचायतों के समग्र विकास की ओर ले जाती हैं।
- बुनियादी सुविधाओं में सुधार, मानव विकास में वृद्धि, उच्च उत्पादकता का निर्माण, बेहतर आजीविका के अवसर प्रदान करना, विषमताओं को कम करना और सामाजिक पूंजी को समृद्ध करके जनसंख्या के सभी वर्गों के जीवन स्तर में सुधार करना।
- अनुकूलन के लिए पड़ोसी ग्राम पंचायतों को प्रेरित करने के लिए स्थानीय स्तर के विकास और प्रभावी स्थानीय शासन के मॉडल तैयार करना।
- अन्य ग्राम पंचायतों को प्रशिक्षित करने के लिए स्थानीय विकास के स्कूलों के रूप में पहचान किए गए आदर्श ग्रामों का पोषण करना।
- आदर्श ग्राम पंचायतों को विकसित करने के लिए संसद सदस्यों (सांसद) के नेतृत्व, क्षमता, प्रतिबद्धता और ऊर्जा का लाभ उठाना
- सहभागी स्थानीय स्तर के विकास के लिए समुदाय के साथ जुड़ना और जुटाना।
- लोगों की आकांक्षाओं और स्थानीय क्षमता के अनुरूप व्यापक विकास को प्राप्त करने के लिए विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों और निजी और स्वैच्छिक पहलों को परिवर्तित करना।
- स्वैच्छिक संगठनों, सहकारी समितियों और शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों के साथ साझेदारी बनाना।
- परिणामों और स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करना।
- व्यक्तिगत विकास: गाँवों की स्वच्छता को बनाए रखना और सांस्कृतिक विरासत, व्यवहार परिवर्तन और गाँव के लोगों के व्यक्तिगत मूल्यों को विकसित करना।
- मानव विकास: गाँवों को शिक्षा और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना। इसका उद्देश्य गांव के लोगों के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार करना है।
- गांवों के आर्थिक विकास की देखभाल करना।
- सामाजिक विकास कार्यक्रमों को शुरू करने के लिए जिसमें स्वैच्छिकता, सामाजिक न्याय और सुशासन शामिल होना चाहिए।
Functioning bodies of Saansad Adarsh Gram Yojana?
Saansad Adarsh Gram Yojana | |
Functioning Bodies | Responsibilities |
संसद के सदस्य |
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दो राष्ट्रीय समितियाँ, क्रमशः ग्रामीण विकास मंत्री और सचिव, ग्रामीण विकास मंत्री। |
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मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक राज्य समिति |
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जिला कलेक्टर |
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ग्राम पंचायत |
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Sansad Adarsh Gram Yojana Adopted Villages
यहा पे कुछ महत्व के दत्तक ग्रहण गाँव की माहिती यहा उपलब्ध करवाई है|
नरेन्द्र मोदी जी ने जयापुर गाँव को दत्तक ग्रहण किया है|
वाई॰ एस॰ चौधरी जी ने पोन्नावरम
सोनिया गांधी जी ने राय बरेली
राहुल गांधी जी ने अमेठी
वी॰के॰ सिंह जी ने मीरपुर हिन्दू
अहमेद पटेल जी ने वांदरी
सचिन तेंदुलकर जी ने पट्टुर्म्रजू वारी कंदीग्रा
हरीश द्विवेदी जी ने अमोरहा खास
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